mera ration मुफ्त राशन योजना का लाभ लेने के लिए अब ई-केवाईसी अनिवार्य कर दिया गया है। अगर आप ई-केवाईसी नहीं करवाते हैं तो आप इस सुविधा का लाभ नहीं ले पाएंगे। हालांकि इन सबके बीच तेजी से ई-केवाईसी का काम जारी है। वहीं कुछ इस दौरान कुछ राशन कार्ड धारी जो कि असमर्थ हैं डीलर तक जा पा रहे हैं उनकी सुविधा का भी ध्यान रखा गया है।
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बिहार के अरवल जिले में जनवितरण प्रणाली की 337 दुकानें हैं, जहां से एक लाख दो हजार 667 राशन कार्ड धारी उपभोक्ताओं को राशन मिलता है। खाद्य आपूर्ति विभाग ने अब सभी कार्ड धारी को ई-केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया है।
नियम के पालन करने के लिए आपूर्ति विभाग ने डीलरों को राशन कार्डधारियों की ई-केवाईसी करने की जिम्मेदारी दी है। वैसे उपभोक्ता जो पीडीएस दुकानों तक नहीं पहुंच पा रहे, उनकी ई-केवाईसी करने के लिए डीलर उनके घर जाएंगे। राशन कार्ड पर अंकित परिवार के सदस्यों की ई-केवाईसी के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड नंबर एवं उनके फिंगर प्रिंट का मिलान डीलर को मशीन से करना है।
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पॉस मशीन में ई-केवाईसी का ऑप्शन
- डीलरों को मिली पॉस मशीन में ई-केवाईसी का ऑप्शन है, जिसके आधार पर यह काम डीलर करेंगे।
- अगर उपभोक्ता डीलर के पास अनाज के लिए जाते हैं तो वहीं पर डीलर द्वारा उनकी ई-केवाईसी की जाएगी।
- अगर परिवार के बीमार, वृद्ध, गर्भवती और दुकान पर पहुंचने में असमर्थ सदस्य वहां नहीं पहुंच पाते हैं तो डीलर पॉस मशीन लेकर उपभोक्ताओं के घर जाकर ई केवाईसी करेंगे। mera ration
- नियम के अनुसार, जो उपभोक्ता जन वितरण प्रणाली की दुकान से राशन लेते हैं उनके परिवार के उन सभी सदस्यों के आधार नंबर एवं फिंगर प्रिंट का मिलान किया जाएगा, जिनके नाम राशन कार्ड पर अंकित हैं।
- इससे यह पता चल सकेगा कि जिनका नाम अंकित है, वह अपने घर पर रह रहे हैं या नहीं।
- इससे सही उपभोक्ता को इस योजना का लाभ मिल सकेगा।
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डीलर ऐसे करेंगे केवाईसी mera ration
डीलर केवाईसी के दौरान उपभोक्ताओं को मिले राशन कार्ड के नंबर, आधार कार्ड नंबर को पॉस मशीन में दिए गए ऑप्शन में डालकर उसे आईडी पासवर्ड के माध्यम से खोलेंगे और ई केवाईसी करेंगे।
उचित मूल्य दुकानदारों के माध्यम से विभाग जिलें में पात्र लाभार्थियों के परिवार के सभी सदस्यों की ई-केवाईसी करके देखगा कि वास्तव में कितने लोग हैं जो योजना का लाभ लेने के पात्र हैं। फर्जीवाड़े की जानकारी के बाद विभाग राशन कार्ड से नाम भी काट सकता है।
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क्या कहते हैं अधिकारी
जन वितरण प्रणाली के सभी उपभोक्ताओं की ई-केवाईसी की जा रही है। इसके लिए डीलरों को जिम्मेदारी दी गई है। डीलर के पास उपभोक्ता राशन के लिए पहुंचते हैं तो वहीं पर डीलर ई-केवाईसी करेंगे। अगर सभी उपभोक्ता वहां नहीं पहुंच पाते हैं तो डीलर उनके घर जाकर पॉस मशीन से ई-केवाईसी करेंगे। mera ration